शनिवार से शुरू हो रहे आईपीएल में चौके-छक्के के साथ सट्टेबाज करेंगे नोटों की बारिश
बीते एक साल में सट्टेबाजों पर कार्यवाही के नाम पर खाता भी न खोल पाई जनपदीय एसओजी और थानों की पुलिस
तत्कालीन शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र प्रताप सिंह के बाद सट्टेबाजों पर हाथ डालने से कतरा रहे जिम्मेदार
सरकारी शिक्षक “सेव” के साथ सट्टेबाजी के काम को अंजाम देकर लेगा अपना “अंश”
रिपोर्ट-अफसार अहमद
महोबा
शनिवार 23 मार्च को गत चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स एवं रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के खिलाफ मुकाबला शुरू होते ही क्रिकेट के महाकुम्भ इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का आगाज हो जाएगा। आईपीएल 2025 में 12 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं जहां एक ओर इंडियन प्रीमियर लीग के माध्यम से देश की छिपी हुई प्रतिभाओं को हुनर दिखाने का मंच मिलता है तो वहीं दूसरी तरफ सट्टेबाजों को भी करोड़ों रुपए के वारे न्यारे कर कई घरों को उजाड़ने का मौका मिलता है। आईपीएल सीजन शुरू होते ही सट्टेबाज सक्रिय नजर आने लगते हैं। सूत्र बताते हैं कि महज कुछ वर्षो पूर्व जनपद मुख्यालय में हाथ ठेला लगाकर दस-दस रुपये के सेव बेचने वाला सट्टा माफिया आज करोड़ों रुपए का मालिक बना बैठा है। दूसरी तरफ काजू कतली खाकर सट्टा खिलाने वाला माफिया युवाओं को सट्टे की लत लगाकर करोड़ों रुपए के वारे न्यारे कर चुका है और व्यापार के क्षेत्र में पैर जमाने की प्रयास में जुटा हुआ है। पूर्व में तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक शहर कोतवाली महोबा उपेंद्र प्रताप सिंह द्वारा सट्टेबाजों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद से जनपद में जनपदीय एसओजी सहित जनपद के किसी भी थाना की पुलिस द्वारा सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर शून्य ही नजर आ रहा है जो अपने आप में जनपद की पुलिस एवं एसओजी की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। बताते चलें कि प्रत्येक सीजन में जनपद में तैनात रहे पूर्व के पुलिसकर्मियों द्वारा सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की गई हैं और सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन जनपद की अंतिम कार्रवाई तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक कोतवाली महोबा उपेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा की गई इसके बाद से कार्रवाई का मानो अकाल ही पड़ गया है। ऐसा नहीं है कि जनपद में सट्टेबाजों की सक्रियता खत्म हो गई हो सट्टेबाज बाकायदा सीसीटीवी कैमरों से लैस होटलों एवं अपने घरों में बैठकर नए मोबाइल और नए सिम कार्ड के सहारे युवाओं को सट्टेबाजी के जाल में फंसाकर प्रतिदिन लाखों रुपये के वारे न्यारे करते नजर आते हैं। सट्टेबाज काजू कतली की सट्टेबाजी के हिसाब का काम देखने वाला भारी भरकम सोनू सींग मैच की हर गेंद में सट्टा लगाने वाले युवाओं के बीच काफ़ी चर्चित है। हाल ही खत्म हुई चैंपियन ट्राफी में सट्टेबाजों ने कई घरों को उजाड़ कर स्वयं करोड़ों रुपये के वारे न्यारे किए हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है क्या जनपद की एसओजी एवं थानों की पुलिस आईपीएल सीजन 2025 में सट्टेबाजों के खिलाफ कोई कार्यवाही कर पायेगी या फिर मैनेजमेंट के बल पर इंडियन प्रीमियर लीग-2025 भी सट्टेबाजों के लिए खुशियों का त्यौहार साबित होगा।