
जनपद बांदा के मवई क्षेत्र में स्थित सर्किट हाउस में बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला का आगमन हुआ जहां उन्होंने बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने को लेकर पत्रकारों से वार्ता की जहां उन्होंने कहा की बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने के लिए यह समय आवाज उठाने के लिए उपयुक्त है जिसकी तैयारी की जा रही है बृहद रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से संपर्क कर सहयोग लिया जाएगा और आंदोलन की ओर मुखर होकर कदम उठाया जाएगा उन्होंने कहा बुंदेलखंड राज्य बनाने के लिए वह पिछले कई वर्षों से लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं और आवाज सरकार तक पहुंचा रहे हैं लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही बुंदेलखंड लगातार खोखला होता जा रहा है जिसमें सबसे बड़ी गलती सांसदों और विधायकों की है जो बुंदेलखंड राज्य को लेकर आवाज उठाने को तैयार ही नहीं है जबकि प्रमुख रूप से जिम्मेदारी बुंदेलखंड के सांसद और विधायकों की है लेकिन वह इस मुद्दे से भटके हुए है लेकिन वह अब बुंदेलखंड राज्य बनाने को लेकर सभी हदें पार कर देंगे धरना प्रदर्शन करेंगे आंदोलन करेंगे सत्याग्रह भी करेंगे लेकिन बुंदेलखंड राज्य बना कर रहेंगे लेकिन इस लड़ाई में बुंदेलखंड वासियों को एक होकर खड़े होना होगा यह लड़ाई अकेले नहीं लड़ी जा सकती वहीं उन्होंने कहा कहीं ऐसा ना हो की बुंदेलखंड की प्राकृतिक संपदा पूरी तरह लुट जाए उसके बाद सरकार बुंदेलखंड राज्य बनाए जो बड़ी विषम परिस्थिति होगी वहीं उन्होंने कहा केन बेतवा लिंक परियोजना का वह खुलकर विरोध करते हैं क्योंकि वह बुंदेलखंड वासियों के लिए अमृत योजना नहीं अभिशाप है सरकार की इसमें दोहरी नीति देखी जा रही है इस परियोजना से बुंदेलखंड को कोई लाभ नहीं मिलेगा जबकि हानी ही होगी उन्होंने कहा दिन प्रतिदिन आबादी बढ़ती जा रही है प्राकृतिक क्षेत्र खत्म होता जा रहा है बड़े शहरों में पानी की समस्या बढ़ती जा रही है इसलिए सरकार केन बेतवा लिंक कर लखनऊ, आगरा, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में यहां का पानी ले जाएंगे और बुंदेलखंड प्यासा का प्यासा रह जाएगा वहीं उन्होंने कहा की हर नदी की तासीर अलग होती है जैसे गंगा का पानी कभी खराब नहीं होता इसकी तासीर अलग होती है वैसे ही केन की तासीर अलग है बेतवा की तासीर अलग है जब इन दोनों नदियों को जोड़ दिया जाएगा तो इन दोनों नदियों का पानी मिलाने से तासीर बदल जाएगी जो खतरनाक भी साबित हो सकती है जिसकी वह खुलकर खिलाफत कर रहे हैं।
