ठेकेदार पर लगा तालाब में मुर्गियों का मल डालने का आरोप

अजनर/महोबा
मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के लिए निजी हाथों में दिए गए तालाब का विषैला पानी पीने से मवेशियों की मौत होने का सनसनीखेज आरोप लगा है। मवेशियों की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई है। ठेकेदार ने आरोपों को सिरे से नकार मामले को बेबुनियाद बता विरोधियों की साजिश करार दिया है। अजनर थाना व कस्बा क्षेत्र के पूरन तालाब का मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के लिए निजी हाथों में दिए गए तालाब का पानी पीने से दर्जनों मवेशियों के मरने का आरोप लगा है। ग्रामीणों ने थाना पुलिस को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई है। पुलिस को दिए शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कस्बा स्थित पूरन तालाब का मस्त विभाग द्वारा मछली पालन के लिए चरखारी के एक ठेकेदार को ठेका दिया गया है। आरोप है कि ठेकेदार द्वारा तालाब में मुर्गियों का मल एवं गोबर सहित अन्य गंदी चीजें डालकर पानी को विषाक्त कर दिया गया है। तालाब का पानी पीने से मवेशी बीमार हो रहे हैं और दर्जनों मवेशियों की मौत हो गई है। आरोप है कि ठेकेदार को मना करने के बावजूद भी उसके द्वारा तालाब में गंदी चीजें डालकर पानी को विषैला किया जा रहा है जिसके चलते आएदिन मवेशियों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। ग्रामीणों ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग उठाई है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राम सिंह राजपूत का कहना है कि तालाब का पानी पीने से कई मवेशियों की मौत का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाया गया था जिसके बाद मैंने स्वयं जाकर तालाब के किनारे देखा तो वहां गंदगी पड़ी थी और मुर्गियों के मल सहित गोबर और अन्य गन्दी चीजें पड़ी थीं। पूछने पर ठेकेदार के कर्मियों द्वारा बताया गया कि तालाब में डालने के लिए यह चीजें लाई गई हैं। तालाब में गंदी चीज डालने से पानी विषाक्त हो सकता है और इसके पीने से बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। तालाब में मछली पालन का काम देख रहे यूनिश खान ने बताया कि तालाब में मुर्गियों का मल और गन्दी चीजें डालने की बात बेबुनियाद है इसी तालाब का पानी हम और हमारे कर्मचारी भी पीते हैं अगर तालाब का विषैला होता तो तालाब में मौजूद मछलियों की भी मौत हो गई होती। तालाब का पानी पीने से मवेशियों की मौत आरोप बेबुनियाद है। इस दौरान आशाराम,प्रवेश राजपूत,बलराम कुशवाहा,कमलेश,देवीदीन ,राकेश राजपूत,आदर्श तिवारी,रतिराम,ओम द्विवेदी,शिवम कुशवाहा, राजधर,देवकरण, खेमचंद,बाला,हरी सिंह,मनोज,काशी प्रसाद आदि ग्रामीण मौजूद रहे।