पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार
घायल अवस्था में जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
घटना को अंजाम देने वाले दो अन्य आरोपी जेल में निरुद्ध
रिपोर्ट-हरी सिंह वर्मा

महोबकंठ/महोबा
थानाक्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पचारा के पास विगत दिनों लोन कर्मी से हजारों रुपए की लूट की घटना को अंजाम देने के मामले में फरार चल रहे शातिर बदमाश को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने हजारों रुपए की नगदी,अवैध तमंचा-कारतूस बरामद कर पुलिस से हुई मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुए आरोपी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना को अंजाम देने के मामले में दो अन्य आरोपी पहले ही जेल जा चुके हैं। विगत 30 जनवरी को महोबकंठ थानाक्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पचारा के पास स्थित नहरिया के पास थुरट गाँव से वसूली करके बाइक में सवार होकर लौट रहे मध्यप्रदेश के सीमावर्ती छतरपुर जिले के थाना व कस्बा बमनोरकला निवासी आशीष नामदेव को शातिर बदमाशों ने रोककर मारपीट करते हुए बैग में रखी 26040 रुपये वसूली की नगदी लूट ली थी और फरार हो गए थे । बताया जाता है आशीष नामदेव फ्यूजन फाइनेंस लिमिटेड कंपनी में कर्मचारी है जो विगत 30 जनवरी को ग्राम थुरट से कम्पनी की वसूली कर वापस लौट रहा था जैसे ही बाइक सुनसान इलाके में स्थित नहरिया के पास पहुंची तभी बाइक सवार बदमाशों ने उसे रोक लिया और मारपीट कर बैग में रखी 26040 रुपये की नगदी लूट कर फरार हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। एसपी पलाश बंसल के निर्देश पर जनपदीय एसओजी एवं महोबकंठ थाना की संयुक्त पुलिस टीम गठित की गई। पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि लोन कर्मी से हजारों रुपए की लूट करने के मामले में फरार चल रहा 25 हजार का इनामिया अपराधी तमंचा सहित किसी घटना को अंजाम देने की नीयत से पचारा के पास छिपा है। मुखबिर की सूचना के बाद जनपदीय एसओजी और महोबकंठ थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने घेराबंदी की इसी दौरान पुलिस टीम को देखकर शातिर बदमाश ने भागने की कोशिश की पुलिस टीम ने रुकने के लिए कहा तो उसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। अपने बचाव में पुलिस टीम द्वारा की गई जबाबी फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लग गई और वह वहीं गिर गया। गोली लगने से घायल हुए अजनर थाना क्षेत्र के बेरी गांव निवासी महेंद्र पाल के 22 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र मुखिया को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से बैंक कर्मी से लूटी गई 26040 रुपए की नगदी में से ₹6000 नगद एक अवैध तमंचा दो जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद किए हैं। मुठभेड़ में घायल धर्मेंद्र मुखिया को पुलिस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां तैनात डॉक्टर की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है। घटना को अंजाम देने में दो अन्य आरोपियों में से रघु ठाकुर को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल दिया है जबकि अंकित ने न्यायालय ने आत्मसमर्पण किया था।