
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में इन दिनों तीन रईसजादों के अय्याशी का मामला सुर्खियों पर है। जहां तीन लड़कियों ने नौकरी का झांसा देकर हैवानियत करने वाले जालसाज लड़की सप्लायर सहित चार रईसजादों के खिलाफ संगीन आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें पुलिस ने एस सी एसटी और मानव तस्करी के आरोप में नवीन विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया है। जिसकी कई भाजपा नेताओं के साथ की तस्वीरें भी सामने आई हैं वहीं लड़कियों को नग्न कर नचाने और नशीले पदार्थों का सेवन कराकर शारीरिक शोषण करने के आरोपी स्वतंत्र साहू, आशीष अग्रवाल और लोकेंद्र सिंह चंदेल फरार हैं। इसी मामले में अधिवक्ता सत्यदेव त्रिपाठी ने बताया कि यह बहुत ही हाई प्रोफाइल मामला है पुलिस ने इस मामले को दबाने का प्रयास किया वहीं अगर और परतें खोली गईं तो कई सफेदपोश चेहरे सामने आ सकते हैं। जिन्हें बचने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है।
वहीं सूत्रधार ने इस मामले में बहुत बड़ा खुलासा किया है। सूत्र ने बताया कि इन सब कड़ियों में एक कड़ी और है जिसकी वजह से पूरे मामले का खुलासा हुआ और रायता फैल गया सूत्र ने बताया कि जो वीडियो पुलिस के पास सबूत के तौर पर है वह वीडियो उस व्यक्ति ने बनाया था जो अभी तक गुप्त है वह लड़कियों के सहारे पर्दे के पीछे रह कर रईसजादों से लाखों की वसूली करना चाहता था । अय्याशी में शामिल होने वह गया था और चुप चाप मोबाइल में पूरा वीडियो बना लाया था ।
।।घर का भेदी लंका ढावे।।
कुछ ऐसा ही इस मामले में हुआ पर न राम मिले न माया ।
रईसजादों से लाखों की वसूली की डीलिंग चल ही रही थी कि मामला पत्रकारों ने सूंघ लिया और रायता फैल गया फिर क्या था यह पूरी घटना सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक अखबारों से लेकर न्यूज चैनल तक सुर्खियों में आ गया। जिसके बाद पुलिस से सवाल पूछे गए आनन फानन में पुलिस को रातों रात मुकदमा दर्ज करना पड़ा पर यूपी कॉप साइड में यह कॉपी अपलोड नहीं की गई। पत्रकारों ने पुलिस से मामले में सवाल किए तो पुलिस ने जांच कर कार्रवाई की बात कही आरोपी रईसजादों को इतना समय मिल गया कि वह शहर से फरार हो गए वहीं पुलिस की किरकिरी न हो इसलिए लड़की सप्लायर नवीन विश्वकर्मा को गिरफ्तार करना पड़ा जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजना पड़ा वहीं पुलिस की गिरफ्त में होते हुए नवीन विश्वकर्मा की मुस्कान यह बता रही है कि पुलिस का रवैया उसके प्रति कैसा रहा होगा । हालांकि अब पुलिस बाकी आरोपियों के घर में छापा मार रही है लेकिन सब फरार बताए जा रहें हैं। बताया जा रहा है कि यह कोई छोटा मामला नहीं यह बहुत बड़ा मामला है अगर इस मामले की है लेबल जांच हुई तो कई नेता और अधिकारी इसकी जद में आ सकते हैं। यही कारण है कि तहरीर देने वाली लड़कियां अभी तक मीडिया के सामने नहीं आई है और न ही किसी के माध्यम से कोई जानकारी देना चाहती हैं। पीड़ित लड़कियों और परिजनों ने मौन धारण कर रखा है जिसके पीछे गहरा राज है। हालांकि सच सामने आकर रहता है आज नहीं तो कल।