शहर में हाथ ठेला लगाकर सेव बेचने वाला सट्टेबाज बना सट्टा माफियाओं का सरताज
प्रशासन की आँखों में धूल झोंक काजू खिलाकर सट्टेबाजी को अंजाम दे रहा सट्टेबाज
महोबा
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत होते ही जनपद में सट्टेबाजों का मकड़जाल एक बार फिर से फैल गया है।क्रिकेट मेचों की हर बॉल पर सट्टेबाजी करने वाले सट्टेबाज कई परिवारों को उजाड़ चुके हैं,जनपद में सक्रिय सट्टेबाज एक बार फिर से कई परिवारों को उजाड़ने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं।
जनपद में पुलिस द्वारा विगत वर्ष 2024 में सट्टेबाजों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से सट्टेबाजों के हौसले बुलंद है और खाकी को गुमराह कर जिला मुख्यालय में सक्रिय सट्टेबाज ऑनलाइन सट्टे के सहारे मैच की हर गेंद पर सट्टा लगाने के काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं और कई परिवारों के लाडलो को मौत के मुहाने तक भेजने के लिए सक्रिय नजर आ रहे हैं। बताते चलें कि पूर्व में जुआ संचालन का काम करने वाला सट्टेबाज आज सट्टेबाजों का सरताज बनकर बैठा है और काजू खिलाने के सहारे प्रशासन को गुमराह कर सट्टेबाजी के काम को बखूबी अंजाम देता नजर आ रहा है। विगत वर्ष 2024 को छोड़ दे तो इससे पूर्व पुलिस द्वारा सट्टेबाजों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की गई लेकिन विगत वर्ष 2024 में एक भी सट्टेबाज को पुलिस द्वारा ना तो गिरफ्तार किया गया और ना ही इनके खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई गई। विगत वर्ष पुलिस द्वारा सट्टेबाजो के खिलाफ कार्रवाई न होने से खाकी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हुए थे। एक बार फिर से चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत के साथ ही सट्टेबाजों की सक्रियता ने पुलिस के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। देखने वाली बात होगी पुलिस अधीक्षक मुख्यालय में सक्रिय इन सट्टेबाजो के खिलाफ क्या कार्रवाई अमल में लाते हैं।
रिपोर्ट-अफसार अहमद