उच्चाधिकारियों के आदेश को बौना साबित कर रहा अहंकार में चूर निरंकार
महोबा
जनपद के कई थानों में फिर से सक्रिय हुए कारखासों की धमाचौकड़ी से महकमे की किरकिरी हो रही है। बाबजूद इसके इन कारखासों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उच्चधिकारियों के निर्देशों को दरकिनार कर कारखासी की प्रथा को बढ़ाने के काम को बखूबी अंजाम देते नजर आ रहे हैं। पनवाड़ी क्षेत्र में कारखासों की धमाचौकड़ी के चलते प्रतिबंधित तंबाकू मिश्रित गुटखा के व्यापार पर लगाम लगने की जगह इस काले कारोबार में इजाफा देखने को मिल रहा है। सूत्र बताते हैं कि मध्य प्रदेश के सीमावर्ती छतरपुर जिले के हरपालपुर और नौगांव कस्बा से महोबकंठ और अजनर के रास्ते कुलपहाड़ सर्कल क्षेत्र के महोबकंठ,पनवाड़ी और कुलपहाड़ क्षेत्र में गुटखा माफियाओं द्वारा कारखासों से साठगांठ के चलते तंबाकू मिश्रित गुटखा की तस्करी की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि लंबे समय से संचालित तंबाकू मिश्रित जहरीले गुटखा के अवैध व्यापार का संचालन करवाने में थानों में सक्रिय कारखासों की अहम भूमिका होती है। विगत दिनों गुटखा माफियाओं से सांठगांठ के चलते कारखासों को पुलिस लाइन और अन्य थानों में तैनाती दी गई लेकिन समय के साथ एक बार फिर से कारखासों की सक्रियता ने क्षेत्र में इस अवैध व्यापार को बढ़ाने में अपना अहम योगदान देना शुरू कर दिया है। सूत्र बताते हैं पनवाड़ी में सक्रिय देव,चक्रवर्ती और कवि की तिकड़ी चौबीसों घंटे पनवाड़ी तिगैला में संचालित हो रही चाय की दुकान पर बैठकर गुटखा माफियाओं के सिंडिकेट संचालक से बाकायदा पेशगी के तौर पर एक मोटी रकम लेते हैं। पूर्व में पनवाड़ी थाना क्षेत्र में लाखों रुपए की प्रतिबंधित तंबाकू मिश्रित गुटखा से भरे लोडर को मौजूदा सर्विलांस में तैनात उपनिरीक्षक द्वारा पकड़ा गया था। गुटखा की खेप के साथ तस्करों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था मामले में पनवाड़ी क्षेत्र में सक्रिय सिंडीकेट संचालक गुटखा माफिया का नाम सामने आने के बाद स्थानीय सफेदपोश द्वारा पैरवी कर उसे बचाने का सफल प्रयास किया गया था। जिसके बाद एक बार फिर से यह गुटखा माफिया सिंडिकेट बनाकर पहले की अपेक्षा और ज्यादा ताकतवर बनकर उभरा है और जनपद में मैनेजमेंट का दावा कर खुलेआम प्रतिबंधित तंबाकू मिश्रित जहरीले गुटखा का कारोबार कर लोगों को मौत के मुहाने तक भेजने का काम कर रहा है। मुख्यालय में गत वर्ष करीब 50 लाख रुपए की लागत की गुटखा की खेत पकड़ी गई थी जिसमें बना अध बना गुटखा एवं गुटखा बनाने के उपकरण बरामद किए गए थे। पुलिस द्वारा फैक्ट्री संचालकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। सूत्रों की मानें तो महोबकंठ में तैनात अहंकार में चूर निरंकार के संरक्षण में राजस्व को क्षति पहुंचाते हुए अवैध खनन और परिवहन के काम को अंजाम दिया जा रहा है,एवं प्रतिबंधित गुटखा की तस्करी में इस अहंकारी का अहम योगदान देखने को मिल रहा है। जनपद के पनवाड़ी क्षेत्र में रात के अंधेरे में वर्मा नदी से बालू का अवैध खनन और परिवहन करने वाले बालू माफियाओं को भी इस तिकड़ी का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते शासन को राजस्व की हानि होती नजर आ रही है। पनवाड़ी में सक्रिय तिकड़ी बिना नंबर की काले रंग की काले शीशे वाली कार में घूम कर अपना भौकाल दिखाती नजर आ रही है। इससे पूर्व तैनात रहे कारखासों को जांच के बाद लाइन भेजा गया था लेकिन फिर से सक्रिय हुए कारखासों को शायद उच्च अधिकारियों का खौफ नहीं है जिसके चलते यह तिकड़ी कारखासी के काम को बखूबी अंजाम देकर क्षेत्र में अपराध को बढ़ाने में अहम योगदान देती नजर आ रही है।